Total Pageviews

Sunday, 18 January 2015

हिंद महासागर में मिले 2 अजब-गजब ‘एलियंस’

 महासागर में दुर्लभ खनिजों का पता लगाने के लिए समुद्र की गहराइयां छान रही एक चीनी पनडुब्बी जियाओलोंग ने 2 अजब-गजब जीवों को खोज निकाला है। इस सबमरीन ने गहरे पानी में रहने वाले समुद्री जीवों से संबंधित 17 चीजें एकत्र की हैं। इन 2 समुद्री जीवों के संबंध में वैज्ञानिकों को भी कोई जानकारी नहीं थी।
नीले-भूरे रंग का पारदर्शी जीवः दक्षिणी पश्चिमी हिंद महासागर में मौजूद इस पनडुब्बी पर जब सी कुकूम्बर के आकार के इस समुद्री जीव को लाया गया तो यह रहस्यमयी जीव 3 हिस्सों में टूट गया। इस जीव का आकार इतना पारदर्शी था कि वैज्ञानिक इसके नीले और भूरे रंग के विसरा को स्पष्ट तरीके से देख पा रहे थे।
स्टेट ओशनिक अडमिनिस्ट्रेशन के सेकेंड इंस्टिट्यूट ऑफ ओशनॉग्रफी के वैज्ञानिक लू बो ने बताया, ‘यह विशेष प्रकार का सी कुकूम्बर हो सकता है, लेकिन हमें प्रयोगशाला में परीक्षण कर इसके बारे में और जानकारी एकत्र करनी होगी।’
गुलाबी रंग का सांप जैसा जीवः वैज्ञानिकों ने बताया कि दूसरे अजीब किस्म का जीव 330 सेंटीमीटर लंबा और 3 सेंटीमीटर चौड़ा है। इसके बारे में वैज्ञानिक पूरी तरह अनजान हैं। यह गुलाबी रंग का सांप जैसा जीव है। दबाव में बदलाव के कारण इसके शरीर पर 2 बुलबुलों सी आकृतियां उभर आईं हैं। लू बो ने बताया कि ये दोनों नए जीव नई प्रजातियां हो सकती हैं, लेकिन पोत पर सीमित साधनों से जांच के कारण हम इस संबंध में अभी पक्के तौर पर कुछ नहीं कह सकते।
पनडुब्बी ने समुद्र की गहराई से कुल 6.9 किलो सामान इकट्ठा किया, जिनमें 15 गहरे पानी की झींगा मछलियां, पानी और सल्फाइड शामिल था।
हिंद महासागर में अपनी गतिविधि बढ़ाते हुए पिछले दिनों चीन ने तांबा, जिंक और अन्य कीमती धातुओं की खोज का काम शुरू किया था। चीन ने 2012 में अंतरराष्ट्रीय समुद्रतल प्राधिकरण से हिंद महासागर के 10 हजार वर्ग किमी क्षेत्र में सल्फाइड अयस्क की खोज की अनुमति ली थी। प्राधिकरण ने चीन को 15 सालों के लिए अनुसंधान की इजाजत दी है।

No comments: