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Saturday, 25 March 2017

धान को तेजी और कुशलता से फैलाने के लिए इंजन संचालित धान स्प्रेडर

आर रवि (37), इरोड में एक मैकेनिक हैं जिन्होंने धान को तेजी और कुशलता से फैलाने के लिए इंजन संचालित धान स्प्रेडर को विकसित किया। इस मशीन का इस्तेमाल तिलहन, बाजरा, धनिया आदि को फैलाने के लिए भी किया जा सकता है। केवल आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई करने वाले रवि ने पांच वर्षों तक बिजली मिस्त्री (इलेक्ट्रिशियन) के रूप में काम किया। उसके बाद एक स्थानीय फर्म में करीब एक साल तक मैकेनिक और मजदूर के रूप में भी काम किया। इसके बाद उन्होंने अपनी कार्यशाला शुरू की। उत्पादों की आपूर्ति और मशीनों की मरम्मती के लिए मिलों का दौरा करते समय रवि ने गर्म अधपके अनाज (बीज) को फैलाने में होनेवाली कठिनाइयों और मजदूरों की आवश्यकता को महसूस किया। 

धान को आम तौर पर फर्श पर फैलाकर धूप में सुखाने के लिए रखते हैं। धान को उचित और समरूप सुखाने के लिए बड़ी संख्या में और जल्दी-जल्दी (दिन में 7-8 बार) मजदूरों की आवश्यकता इसको पलटने के लिए होती है। बेहतर परिणामों के लिए धान के परत की मोटाई 2.5 सेमी होना चाहिए। इस मोटाई में एक एकड़ सुखाने वाले सतह पर 60 टन धान को सुखाया जा सकता है। इस समस्या के समाधान के लिए रवि ने इस मशीन को तैयार किया और मजदूरों से उनकी प्रतिक्रिया जानने के लिए उसे दिया। जिसका प्रयोग बाद में सुधारने के लिए किया गया।

उनका स्प्रेडर 50सीसी प्रेट्रोल इंजन वाला एक ट्राइसाइकिल है जो रबड़ से बने और शाफ्ट से जुड़े घूमने वाले अवयवों को शक्ति प्रदान करता है। ये घूमने वाले अवयव अनाज को बिना क्षति पहुंचाए फैलता है। धान और तेलहन को धूप में सुखाने के एक अभिनव हल होने के कारण यह मशीन किसानों और लघु उद्योगों के लिए काफी उपयोगी साबित हुआ। 10 टन धान को फैलाने के लिए इस मशीन का उपयोग करने पर केवल दो मजदूरों की अन्यथा 15 मजदूरों की जरूरत होती है। मशीन की लागत 30,000 रुपये है और रवि ने तमिलनाडु में लगभग 200 मशीनों को बेच दिया है। तीन साल तक बिक्री करने के बाद 2008-09 में उन्होंने धन की समस्या की वजह से इसको बनाना बंद कर दिया। 


कई लोगो ने इसकी नकल करने की कोशिश की, लेकिन वह किसी भी रूप में सफल नहीं हो सके। नवप्रवर्तक ने अधपके धान को तेजी से और समरूप फैलाने के लिए एक स्प्रेडर विकसित किया है। इसी मशीन का उपयोग दूसरे अनाज (तिलहन, बाजरा, धनिया आदि) को फैलाने के लिए भी किया जा सकता है जिसको धूप में सुखाने के लिए फैलाने की जरूरत होती है। यह 50सीसी प्रेट्रोल इंजन वाला एक ट्राइसाइकिल है जो रबड़ से बने और शाफ्ट से जुड़े घूमने वाले अवयव को शक्ति प्रदान करता है। ये घूमने वाले अवयव बीज को बिना क्षति पहुंचाए फैलता है। 

राष्ट्रीय नवप्रर्वतन द्वारा पुरस्कृत पेटेंट के लिए आवेदन किया गया है। यह तीन फीट चौड़े और 10-15 सेमी मोटे धान या तिलहन के तल को 0.5 लीटर प्रति घंटे ईंधन की खपत में कवर कर सकता है। इसी मशीन का प्रयोग तिलहन, बाजरा, धनिया आदि के लिए भी किया जा सकता है जिसे सुखाने के लिए धूप में फैलाने की जरूरत होती है।

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